हम सभी ने कभी न कभी धोखा खाया है, लेकिन बेगैरतों के मुँह से बेसिरपैर के बहानों ने न जाने कितनी ही बार जले पर नमक भी छिड़का।
आजकल दिल तोड़ने की रेसिपी बड़ी पुरानी से हो गयी है, ख़ास तौर पर लड़कों में दिल तोड़ने की वजहों को ले कर वही थके हुए बहाने ही निकल कर सामने आते हैं लेकिन कभी भी सच उनके मुँह से नहीं निकलता।
और अगर आप सच उनके मुँह पर बोल देंगी तो वो कहेंगे “बाबू मैं तुम्हारा दिल नहीं दुखाना चाहता था”। उफ़, जैसे पहले तो इन्होने दिल को सुर्खाब के पर लगा दिए थे।
क. दिक्कत तुम नहीं मैं हूँ
जब भी लड़कों को दिल तोडना होता है और लड़की को सम्भालना होता है तो सब से आसान होता है खुद को उसके सामने नीचे दिखाना। कहेंगे…. क्या कहूँ शायद मैं ही तुम्हारे लायक नहीं हूँ।
ख. तुम बहुत अच्छी हो, लेकिन…
बिलकुल हम तो अच्छे हैं ही जनाब। शायद इसीलिए आपमें इतना सच बोलने की हिम्मत है। हम बहुत ख़ास हैं, बहुत बढ़िया हैं, इसीलिए आप हमें धोखा दे रहे हैं। वाह।
ग. सुनो, थोड़े दिन अलग रहते हैं, बाद में मिलते हैं…
जैसे ही लड़का आपसे ये कहे, सावधान हो जाएं क्यूंकि वह या तो आप को बेवक़ूफ़ बना रहा है या उसकी ज़िन्दगी में वो की एंट्री हो चुकी है या फिर उसका कुछ और प्लान है। इससे पहले वो आप से ये सब कहे और आप अपने दिल से हारें, खुरकी की माने वहाँ रुके नहीं बल्कि भागिये।
घ. उफ़ ये आत्मग्लानि से भरी बातें, मैं तुम्हारे लिए ठीक नहीं हूँ
बेचारे लड़के ये बाबा आदम के ज़माने के डायलॉग्स आज भी इस्तेमाल करते। मैं तुम्हारे लिए सही नहीं हूँ, तुम्हें मुझ से और अच्छे लड़के मिलेंगे। खुरकी की प्यारे भाईयों की बहनों, जो आपसे ये सब कहता है, प्लीज समझ जाइए की वो आपसे सच में क्या कहना चाहता है यही की आप उस के लिए ठीक नहीं हैं। डायलाग पर भावनाएं चिपका रहा है आपको। बचिए।
ड. मुझे नहीं लगता मैं अभी किसी रिश्ते के लिए तैयार हूँ
ओह प्लीज इसका सीधा मतलब यह है की मैं पप्पू हूँ और ये सीधे नहीं कह सकता की सब खत्म हो चुका है। ऐसे लड़के ज़्यादा देर सिंगल नहीं रह सकते। और अगर सीधे शब्दों में कहें की इस टाइप के लड़के फट्टू होते हैं।