मेरा सर शर्म से झुक जाता है जब मैं पढ़ती हूं कि इस दुनिया में इंसान किसी दूसरे इंसान के साथ कैसा बर्ताव कर रहा है।
अभी तो हमने अपने शरीर के अंग और कोख बेचने की ही हदें पार की थीं कि अब डिमांड ज़िंदगी बेचने तक पहुंच गई है।
ऐसे वक्त में जब वैज्ञानिक नई लाईफ सेल तकनीक तैयार करने में जुटे हैं और लोग करोड़ों, अरबों रुपये सिर्फ इसी लिए लुटा रहे हैं कि उनके बच्चों की लाशों को संभाल के रखा जा सके ताकि विज्ञान आने वाले वक्त में उनमें जान फूंक दे, हमें नवजात बच्चों को चंद पैसों के लिए बेचने के बेहुदा चलन के बारे में भी सुनने को मिलने लगा है।
देश में बच्चों को बेचने वाले कई रैकेट्स पर से पर्दा उठाया जा चुका है लेकिन बच्चों की खरीद–फरोख्त का ये गंदा धंधा बदस्तूर जारी है।
इस बीच ऐसे भी कई लोग है जो अपनी सूनी गोद को भरने के लिए बच्चों को अपनाते हैं।
अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो कहीं आप अनजाने में बच्चों को बेचने वाले गिरोहों को शह तो नहीं दे रहे?
बच्चा गोद लेने से पहले अगर आप खुर्की की ये दस फरियादें सुनेंगे तो शायद आप और हम सही दिशा में आगे बढ़ सकेंगे।
1. आपसे विनती है कि कभी भी उस बिचौलिए या एजेंसी से बच्चे गोद ना लें जो सरकार से ताल्लुक ना रखते हों।
2. ये जानने की कोशिश कीजिए कि इस प्रक्रिया में कहीं ज़ोर–ज़बरदस्ती तो नहीं हो रही।
3. अगर किसी ग्रामीण दम्पत्ति या फिर अनपढ़ लोगों से बच्चा गोद ले रहे हों तो सरपंच को भी प्रक्रिया में शामिल कीजिए।
4. महिला से उसके गर्भ के दौरान के मेडिकल रिकॉर्ड्स मांगे।
5. स्थानीय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से बच्चे की चिकित्सीय जांच करवाएं जिसमें हेपेटाईटिस और एड्स के भी टेस्ट हों।
6. आप इस बात को सुनिश्चित करें कि आप बच्चे की बायलोजिकल मां से मिलें और उसके साथ कुछ अच्छा वक्त बिताएं।
7. बच्चे के अन्य भाई–बहनों की सेहत और उनकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता लगाएं ताकि बच्चे के बारे में आपको अच्छी जानकारी मिल सके।
8. गोद लेने की प्रक्रिया को स्थानीय सरकारी विभाग या डीसी ऑफिस में रजिस्टर कराएं।
9. बच्चे के ऑरिजिनल बर्थ सर्टिफिकेट को ज़रूर जांचें।
10. बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट जल्द–से–जल्द दोबारा अपने नाम पर जारी करवाएं।
और ध्यान रहे, जो लोग अपने बच्चे को किसी दूसरे की गोद में दे रहे हैं वो उसके अच्छे भविष्य के लिए कर रहे हैं और वो कभी भी अपने बच्चों को नहीं बेचेंगे। इसलिए किसी को भी बच्चों को गोद लेने के लिए पैसे ना दें और इस घिनौहने कारोबार को बढ़ावा ना दें। एक बात और… आप कई बच्चों को इधर–उधर भटकते देखते होंगे। ये भीख मांगने या फिर चोरी करने के लिए ट्रेन किए जाते हैं। इनकी पहचान कीजिए और सावधान रहिए।