अगर आप अब तक ये मानकर चल रहे थे कि वियाग्रा नामर्दी जैसी आपकी सभी यौन-संबंधी सम्सयाओं का तोड़ है, तो आप बिल्कुल गलत हैं।
एक शोध के मुताबिक वियाग्रा या इससे मिलती-जुलती दवाईयां लेकर आपकी यौन सक्रीयता में इज़ाफा तो हो सक्ता है, लेकिन संतुष्टि नहीं मिल सकती।
इतना ही नहीं, नामर्दी के शिकार लोगों को उच्च रक्त चाप या हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ होने के ज्यादा खतरा रहता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि वियाग्रा या दूसरी संबंधित दवाएं इन अतिरिक्त समस्याओं से जूझने में नाकाम होती हैं। ये एक इशारा है कि नामर्दी का कोई औषधीयइलाज मुम्किन नहीं है।
ब्रिटेन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर के शोधकर्ता डेविड ली कहते हैं, “ये बेहद ज़रूरी है कि स्वास्थ्य के पेशे से संबंध रखने वाले इस बात का पूरा ध्यान रखें औरनामर्दी या इरेक्टाईल डिस्फंक्शन को लेकर एक समग्र सोच के साथ आगे बढ़ें”।
ली के मुताबिक इस समग्र सोच में रोगी को पूर्ण जानकारी मुहैया कराना, उसकी उम्मीदों को समझना, उसके साथी का समर्थन हासिल करवाना शामिल है। वो कहतेहैं कि यौन संतुष्टि को लेकर रोगी की मानसिक स्थिति का आंकलन किया जाना चाहिए।
शोधकर्ताओं ने अपने शोध के लिए 50 से 87 साल के करीब 2,600 ब्रिटिश नागरिकों की प्रतिक्रियाएं ली थीं।
बुज़ुर्ग व्यक्ति जिन्होंने हाल ही में वियाग्रा जैसी दवाओं का इस्तेमाल किया था उनमें ज्यादा यौन सक्रियता देखी गई थी, उन लोगों के मुकाबले, जिनमें नामर्दी कीसमस्या नहीं थी। हालांकि उनमें कम यौन संतुष्टि का अंदेशा ज्यादा था।