ये कहना ग़लत नहीं होगा कि सेल फ़ोन्स ने हमारी ज़िंदगी पर कब्ज़ा सा कर लिया है। इन्होने न सिर्फ हमारी आम ज़िंदगियों से बहुत सारे खास लम्हे चुरा लिए हैं, बल्कि उन्हें बरबाद कर दिया है।
इन गतिशील यंत्रों के आने से पहले भी हमारी एक ख़ूबसूरत सी ज़िंदगी थी जो शायद हम चाह के भी वापिस नहीं ला पाएंगे।
हम रोज़ इस दलदल में धसते जा रहे हैं और एक नया सा डर बैठ गया है हमारे दिल ओर दिमाग़ में जिसे हम ने नाम दिया है अकेलापन…आज के दौर में हर कोई फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम पर है ताकि उसे सबकी जानकारी मिलती रहे और दुनिया की खबर रहे… पर सोचा जाए तो क्या महज़ इसी लायक रह गई है हमारी ज़िंदगी? या इन सब से आगे सोचना ही छोड़ दिया है हम ने..!!
इन चित्रों दुआरा हम आपको दिखाते हैं कि मोबाइल फ़ोन आने से पहले जीवन कैसा होता था: