Home Hindi Blogs गरीबी बनाम अमीरी: आख़िर हम ने मुखौटे क्यों पहन रखे हैं?

गरीबी बनाम अमीरी: आख़िर हम ने मुखौटे क्यों पहन रखे हैं?

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ये मज़ाक हमारे समाज के दोगलेपन को ज़ाहिर करता है। यहां एक आदमी एक गरीब, बेसहारा की एक्टिंग करता है और उसे रेस्तरां में एंट्री नहीं मिलती। लेकिन जब वही एक फेरारी में वापिस आता है तो सभी उसके आगे-पीछे दौड़ने लगते हैं।

देखिए जॉश पालर लिन का ये विडियो…

गरीबी बनाम अमीरी…

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